उत्तराखण्ड
उपलब्धि: उत्तरकाशी के बेटे प्रवीण राणा ने एवरेस्ट पर लहराया तिरंगा।
संवादसूत्र देहरादून/उत्तरकाशी: उत्तरकाशी के भटवाड़ी ब्लॉक की केलसू घाटी के ढासडा गांव के प्रवीण राणा ने विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट फतह कर उत्तराखंड सहित देश का नाम रोशन किया है.सीमांत जिले उत्तरकाशी (Uttarkashi) के नाम एक और उपलब्धि मिली है. यहां भटवाड़ी ब्लॉक की केलसू घाटी के ढासडा गांव के प्रवीण राणा ने विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट फतह कर उत्तराखंड सहित देश का नाम रोशन किया है.
इससे पहले भी 12 मई को जिले की सविता कंसवाल ने भी एवरेस्ट सबमिट किया था. जिसके बाद 21 मई को करीब 11:30 बजे सुबह प्रवीण राणा ने सबमिट किया है. प्रवीण ने अपने सोशल मीडिया में पोस्ट कर इस बात की जानकारी दी है साथ ही माउंट एवरेस्ट की चोटी से इस एक्सपीडिशन को सफल बनाने में सहयोग करने वालों का धन्यवान किया है.
उत्तरकाशी जिले से 13 लोगों ने अब तक किया है माउंट एवरेस्ट सबमिट
1- बछेंद्री पाल, 2- विष्णु सेमवाल, 3- दशरथ सिंह रावत, 4- खुशाल राणा, 5- सतल सिंह, 6- विनोद गुसांई, 7- सुमन कुटियाल, 8- सविता मार्तोलिया, 9- संदीप टोलिया, 10- रवि चौहान तथा 11- पूनम राणा,12 – सविता कंसवाल और अब इस लिस्ट में 13वां नाम प्रवीण राणा का नाम भी जुड़ गया है.पांच भाई-बहनों में दूसरे नंबर के हैं प्रवीण
प्रवीण राणा उत्तरकाशी जिले के भटवाड़ी ब्लॉक की केलसू घाटी के ढासडा गांव के रहने वाले हैं. प्रवीण के पिता नागेंद्र सिंह राणा और मां बीना देवी है. प्रवीण अपने माता पिता के दूसरे नम्बर के बच्चे हैं. प्रवीण की तीन बहनें और एक छोटा भाई हैं. मनीष राणा जो दिल्ली में IAS की तैयारी कर रहे हैं
प्रवीण एक सामान्य परिवार से हैं. प्रवीण के पिता नागेंद्र राणा भी ट्रेकिंग का काम करते थे. उन्होंने नेहरू पर्वत रोहण संस्थान में इंस्ट्रेक्टर की नौकरी की और टाटा एडवेंचर में भी इंस्ट्रेक्टर का काम किया है. प्रवीण की मां ग्रहणी है.
प्रवीण के पिता नागेंद्र राणा ने बताया कि प्रवीण बचपन से ही एडवेंचर का शौकीन थे. प्रवीण के अपनी शिक्षा सरकारी स्कूलों से पूरी की है. प्रवीण ने दसवीं भंकोली से पास की जिसके बाद बारवीं उत्तरकाशी से की. जिसके बाद प्रवीण ने डिग्री कॉलेज उत्तरकाशी में प्रवेश लिया और इंगकिश से MA किया. MA करने के बाद प्रवीण ने MBA देहरादून से किया. पढ़ाई के साथ-साथ प्रवीण ने नेहरू पर्वत रोहण संस्थान से बेसिक कोर्स भी किया. प्रवीण ने जम्मू कश्मीर से MI का कोर्स भी किया है. अभी प्रवीण बैंगलोर में नॉकरी कर रहे हैं.
क्षेत्र के युवा संजय पंवार, अपने चाचा प्रवीण को बधाई देते हुए बताते हैं कि क्षेत्र में कई ऐसे युवा है जो एडवेंचर और पर्वत रोहण में रुचि रखते है और स्थानीय चोटियों को फतह कर रहे हैं, लेकिन आर्थिक कारणों से बाहर नहीं निकल पाते हैं. अगर सरकार इस ओर ध्यान दे तो यहां के युवा आगे बढ़ सकते हैं. प्रवीण की एवरेस्ट फतह की खबर सुनकर पूरे प्रदेश सहित जिले में ख़ुशी की लहर है. गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान,पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण,NIM के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट,NIM के पूर्व प्रधानाचार्य रिटायर्ड कर्नल अजय कोठियाल ने प्रवीण को बधाई दी है.