उत्तराखण्ड
पूर्व डीजीपी अशोक कुमार की बेटी कुहू बनीं आइपीएस,178वीं रैंक मिली।
संवादसूत्र देहरादून/रुद्रपुर: उत्तराखंड के पूर्व डीजीपी अशोक कुमार की बेटी कुहू गर्ग ने यूूपीएससी की परीक्षा में 178वीं रैंक प्राप्त कर दिखाया। कुहू की माता डाक्टर अलकनंदा अशोक गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विवि में प्रौद्योगिकी महाविद्यालय की डीन हैं। कुहू बैंडमिंटन की अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हैं। आइपीएस में कुहू के चयन होने पर पंत विवि में खुशी का माहौल है।
कुहू दिल्ली के संस्कृति स्कूल से कक्षा आठ से 12वीं तक और दिल्ली में ही श्रीराम कालेज आफ कार्मस से दो साल पहले स्नातक अर्थशास्त्र में आनर्स किया। तीन चाार माह की तैयारी कर कुहू ने यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा दी,मगर सफलता नहीं मिली। फिर भी वह हिम्मत नहीं हारी और दूसरे प्रयास में ही कुहू का यूपीएससी में चयन हुआ। मंगलवार को यूपीएससी के फाइनल नतीजे घोषित हुए तो कुहू 187वीं रैंक प्राप्त कर स्वजन, कालेज व गुरुजनों का मान बढ़ाया। कुहू ने मोबाइल पर बातचीत में बताया कि उनके पिता अशोक कुमार गांव के स्कूल से पढ़कर आइपीएस बने थे। पिता आैर उनके साथ आइपीएस अफसरों को देखकर आइएएस बनने को उत्साहित रहती थी। आइएएस व आइपीएस बनकर राष्ट्र की सेवा करने का मौका मिलेगा। राष्ट्र के विकास में योगदान के साथ ही लोगों को न्याय दिलाया जा सकता है। पिता से प्रेरित होकर आइएएस बनने की ठान ली। इस सपने को पूरा करने के लिए बैडमिंटन खिलाड़ी के साथ पढ़ाई में भी ध्यान देती थी। इसलिए सपना पूरा करने के लिए पढ़ाई पर ज्यादा फोकस रहता था। रोजाना आठ से 10 घंटे पढ़ाई करती थीं, प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा के बीच करीब 16 घंटे पढ़ती थी। उनकी रुचि बैंडमिंटन खेल में हैं, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाली प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया और कई मेडल भी जीते हैं। टीवी में सीरियल भी देखती हैं। उनका सपना आइएएस बनने का है, इस बार आइपीएस में चयन हुआ है, आइएएस बनने के लिए अगली बार यूपीएससी की परीक्षा देंगे। उनके पिता अशोक कुमार कुछ दिन पहले उत्तराखंड डीजीपी से रिटायर्ड हुए हैं और वर्तमान में हरियाणा सरकार में खेल विवि के कुलपति हैं। उनकी माता डाक्टर अलकनंदा अशोक पंत विवि के प्रौद्योगिकी महाविद्यालय की अधिष्ठाता हैं। पुराना गांव जिला पानीपत हरियाणा की रहने वाली हैं। बताया कि वह आनलाइन कोचिंग भी करती थी। नौकरी के समय जो भी चुनौती होंगी, उसका समाधान किया जाएगा
आइपीएस में चयन कुहू ने युवाओं को संदेश दिया कि जो भी लक्ष्य रखे, उसे पूरा करने के लिए पूरी मेहनत करें। जरुरत पड़ने पर लक्ष्य से संंबंधित एक्सपर्ट से मार्ग दर्शन भी लें। देश के अमृतकाल में युवाओं को तरक्की के लिए तमाम अवसर हैं।स्टार्टअप, नौकरी या किसी भी फील्ड को चुनते हैं तो उसके लिए लगन व जज्बे के साथ मेहनत करें। मेहनत का कोई विकल्प नहीं है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बैंडमिंटन प्रतियोगिता में कुहू ने 19 मेडल प्राप्त किए हैं। राष्ट्रीय स्तर पर 56 पदक मिले हैं। वह राष्ट्रीय चैंपियनशिप 2019 में वह मिक्स डबल्स में सिल्वर और वुमेन डबल्स में ब्रांज मिला था। कुहू विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप,2018, एशियन चैंपियनशिप, 2018, 2019, वल्र्ड जूनियर चैंपियनिशप 2013-16 में हिस्सा ले चुकी हैं।