उत्तराखण्ड
सड़क हादसा: खाई में गिरी कार,6 की मौत एक घायल।
संवादसूत्र देहरादून: देहरादून जिले के चकराता में भीषण सड़क दुर्घटना हुई है,त्यूणी अटाल मोटर मार्ग पर एक वाहन खाई में जा गिरा,इस हादसे में 6 लोगों की जान चली गई है,हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन फानन में एसडीआरएफ को दुर्घटनास्थल पर रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए भेजा गया।
बताया जा रहा है कि कार में 7 लोग सवार थे,इनमें से 6 सवारों की इस हादसे में मौत हो गई है,गहरी खाई होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत आई। एसडीआरएफ के पहुंचने से पहले स्थानीय पुलिस रेस्क्यू में जुटी थी, बाद में एसडीआरएफ की टीम भी दुर्घटनास्थल पर पहुंची।एसडीआरएफ ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया।
शवों को खाई से निकालने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी है, बताया जा रहा है कि वाहन में सवार 7 लोग विकासनगर से त्यूणी जा रहे थे। अभी ये लोग त्यूणी अटाल मार्ग पर ही थे कि ये भीषण हादसा हो गया।हादसा होते ही वहां चीख पुकार मच गई, सबसे पहले हादसे की खबर आसपास के लोगों को लगी,हादसा होते देख लोग अपना सारा काम छोड़कर रेस्क्यू के लिए दौड़ पड़े. इसी दौरान पुलिस को हादसे की खबर दी गई।
कार के गहरी खाई में गिर जाने के कारण उसमें सवार 6 यात्री बच नहीं सके,हादसे ही भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वाहन में सवार 7 में से 6 लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, दुर्घटनास्थल दुर्गम होने के कारण एसडीआरएफ को रेस्क्यू में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है, जिस वाहन में ये लोग सवार थे वो बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
एसडीआरएफ मीडिया सेल के अनुसार अल्टो कार (UK07DU-4719) त्यूणी से अटाल की ओर जाते समय लगभग 800 मीटर गहरी खाई में दुर्घटनाग्रस्त हो गयी। अल्टो में 07 लोग सवार थे जिनमें से 06 लोगों की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गयी. जबकि 01 व्यक्ति घायलावस्था में था। उक्त वाहन में सवार व्यक्ति चालदा महाराज के दर्शन के लिए जा रहे थे।
त्यूणी अटाल मोटर मार्ग अल्टो वाहन संख्या- UK07DU-4719 दुर्घटनाग्रस्त हुआ.
हादसे में मारे गए लोगों के नाम इस प्रकार हैं-
- सूरज पुत्र सुख बहादुर उम्र 28 वर्ष,
- संजू पुत्र सुख बहादुर उम्र 25 वर्ष,
- शीतल पत्नी सूरज उम्र 24 वर्ष,
- संजना पुत्री बल बहादुर उम्र 22 वर्ष,
- दिव्यांश पुत्र जीत बहादुर उम्र 11 वर्ष,
- यश पुत्र सूरज उम्र 06 वर्ष.
जीत बहादुर पुत्र सुख बहादुर उम्र 35 वर्ष घायल है. ये सभी लोग पंद्राणू हिमाचल प्रदेश के निवासी थे।