उत्तराखण्ड
अन्य राज्यों से आने वालों की होगी कोरोना जांच।
संवादसूत्र देहरादून: उत्तराखंड में अन्य राज्यों से आने वालों की कोरोना जांच की तैयारी, जल्द जारी की जाएगी एसओपी
उत्तराखंड में अन्य राज्यों से आने वालों की कोरोना जांच की तैयारी की जा रही है। कई राज्यों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह कदम उठाया जा रहा है। वहीं 12 से 14 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के टीकाकरण पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।उत्तराखंड में अन्य राज्यों से आने वालों की फिर से कोरोना जांच करने की तैयारी है। इसके लिए जल्द ही मानक प्रचालन कार्य विधि (एसओपी) जारी की जाएगी। साथ ही प्रदेश में कोरोना की प्रतिदिन होने वाली जांच को दोगुना किया जा रहा है।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कोरोना संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण के लिए कोरोना सम्यक व्यवहार का अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने 12 से 14 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों में टीकाकरण में तेजी लाने के लिए भी कहा हैं।बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक की।
बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डा धन सिंह रावत भी वर्चुअल माध्यम से जुड़े। बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने शासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की।उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की चौथी लहर की आशंका को देखते हुए अस्पतालों में सभी तरह की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएं। कोरोना संक्रमण से निपटने को थ्री टी यानी टेस्ट, ट्रेक एवं ट्रीट पर विशेष जोर दिया जाए।उन्होंने कहा कि प्रदेश में सामाजिक व आर्थिक गतिविधियों के साथ ही कोरोना पर भी नियंत्रण रखना होगा।
बैठक में मुख्य सचिव डा एसएस संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव स्वास्थ्य राधिका झा व अपर सचिव सोनिका के अलावा विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।बाद में पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी राज्य में कोरोना के ज्यादा मरीज नहीं हैं, लेकिन फिर भी पूरी सावधानी बरती जा रही है। सरकार का वैक्सीनेशन पर फोकस है। अस्पतालों में भी व्यवस्था का जायजा लिया जा रहा है।स्वास्थ्य मंत्री डा धन सिंह रावत ने कहा कि इस बार चार धाम यात्रा में सभी यात्रियों का रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। स्कूलों में 12 साल से अधिक आयु के जो बच्चे आ रहे हैं, उन्हें वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए गए हैं।
जरूरत पड़ने पर स्कूलों में वैक्सीनेशन कराया जाएगा। प्रदेश में कोरोना जांच को दोगुना किया जाएगा। अन्य राज्यों से आने वालों को भी जांच के लिए प्रेरित करने के साथ ही उनकी जांच भी की जाएगी