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ये बड़ी उम्र की औरतें….
18 Mar, 2021सृजिता सिंह उम्र का इक दौर ये भी… जब बड़ी उम्र की औरतों मेंवक़्त नजाकत नहीं...
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“स्त्रियां नहीं होती उम्रदराज”
17 Mar, 2021सृजिता सिंह (सिया ) सुनो जानते हो.. .. ….हाँ स्त्रियां नहीं होतीकिसी उम्र की मोहताज,,नहीं होती,...
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“फूलदेई”
14 Mar, 2021कहानी प्रतिभा नैथानी “भौंरो का जूठा फूल न तोड्याँम्वारयूं का जूठा फूल न लैंया। चलो फुलारि...
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“फूलदेई “
14 Mar, 2021फूल देई-छम्मा देई, दैंणि द्वार- भर भकार,यौ देली कैं बार-बार नमस्कार। फूल संक्रांति उत्तराखंड की संस्कृति...
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मैंने जितना समझा
08 Mar, 2021संजीत’समवेत कविता मैंने जितना समझा,सोचा और जानातो बस इतना ही पायाकी बेहतरीन होती हैंऔरत, महिला और...
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“हरा समंदर गोपी चंदन”
08 Mar, 2021प्रतिभा नैथानी महिला दिवस पर विशेष “जब तक गौरा देवी जीवित रहीं पहाड़ फलता-फूलता गया। दुनिया...
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ब्रह्म की मुक्कमल रचना हूं मैं
08 Mar, 2021एम जोशी हिमानी यदि मैं अपनी देह कास्मरण न करूं तोमुझे कभी नहीं लगा कि मैंएक...
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“इश्किया बिरयानी”
07 Mar, 2021“दावत-ए-इश्क़” अंकुर श्रीवास्तव “रंगरेजा” चलो इश्क़ के दावत पर तुमको आज रात बुलाता हूँ,एक पुराने रिश्ते...
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“भँवरों के देश सावन न बरसा कभी”
06 Mar, 2021“प्रतिभा की कलम से” कहानी सिहर उठा बाग का पत्ता – पत्ता तितली के शोक में...