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अलौकिक श्रीनगर गढ़वाल हमारा।
17 May, 2022कविता “हरदेव नेगी“ ये प्रकृति की सतरंगी चालदूर चमकता नन्दा हिवांळ,वो बदल रहा अनोखा स्वरूप,कितना अलौकिक...
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भीड़ भी तन्हाई भी है।
16 May, 2022निशा”अतुल्य” भीड़ में अकेले सफर करती जिंदगी ,तन्हाइयों में यादों के घेरे ,लिए चलती जिंदगी ।सफर...
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सागर तो खारे हैं बिल्कुल,नदिया न खारी हो जाये….काव्य महाकुंभ में कवियों ने बांधा समां।
07 May, 2022संवादसूत्र देहरादून: “उत्तराखंड की जिया साहित्यिक कुटुम्भ” के तत्वाधान में आयोजित दो दिवसीय काव्य महाकुंभ का...
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राज्य में पहली बार तीन दिवसीय “काव्य महाकुंभ” का आयोजन।
25 Apr, 2022संवादसूत्र देहरादून: उत्तराखंड की जिया साहित्यिक कुटुंब के तत्वाधान में देवभूमि उत्तराखंड में पहली बार तीन...
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हृदय में बसे प्रभु राम….
16 Apr, 2022हनुमान जयंती पर…. डा० भारती वर्मा बौड़ाई (देहरादून) ——————-प्रभु राम बसेजिसके हृदय मेंनमन ऐसे केसरीनन्दन कोनाश...
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विडंबनाओं में जीवन…
30 Mar, 2022गीत (निशा गुप्ता) विडंबनाओं में जीवन कीबाँसुरिया भी टूटी-टूटी । विडंबनाओं में जीवन कीबाँसुरिया भी टूटी-टूटी...
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ऊँका औंण से पैलि
22 Mar, 2022(गढ़वाली कविता) हरदेव नेगी ऊँका औंण से पैलि स्यूँद पाटि सजै द्योंकखि बटि क्वी कसर नि...
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मैं गौरैया!
20 Mar, 2022(डॉ भारती वर्मा बौड़ाई) घर हैंघर में आँगन भी हैंपर दिखते नहीं पेड़,रखे हैंकुछ गमलेसीधी लाइनों...
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कहाँ गई हो तुम गौरैया…
20 Mar, 2022निशा गुप्ता “कविता“ कहाँ गई हो तुम गौरैयालौट कभी तो आओ जीमेरा आँगन सुना लगताथोड़ा तो...
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‘होरि एैग्ये”…
17 Mar, 2022हरदेव नेगी फागुंण चैत कि रंगीली बहार फूलु मा सौरी गे,रंगों कु सजीलु त्यवार होरि एैग्ये।।होरी...