उत्तराखण्ड
धारचूला में बादल फटा,पांच लोगों के लापता होने की आशंका।
एक महिला घायल, पांच लोगों के लापता होने की आशंका
एनडीआरएफ एसडीआरएफ की टीम रवाना, मोटर मार्ग ओर पैदल मार्ग बहे।
संवादसूत्र पिथौरागढ़: चार दिन तक लगातार बारिश के बाद रविवार रात मौसम ने सीमांत में रौद्र रूप दिखाया। तहसील धारचूला से 12 किमी दूर कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग से लगे जुम्मा गांव में बादल फटने से भारी तबाही मची है। एक महिला के घायल होने और पांच लोग लापता बताए जा रहे है। प्रशासन ने दो लोगों के लापता होने की पुष्टि की है। एनडीआरएफ एसडीआरएफ, पुलिस, राजस्व दल मौके को रवाना हुआ है। हाईवे सहित सभी पैदल मार्ग बंद होने से गांव तक पहुंचना मुश्किल हो रहा है। क्षेत्र में बादल फटने से 280 मेगावाट की धौलीगंगा जल विद्युत परियोजना के तपोवन स्थित प्रशासनिक भवन के पास काली नदी का पानी जमा हो गया है। नदी किनारे स्थित दो भवन भी क्षतिग्रस्त हो गए है। काली नदी, कूलागाड़ और एलागाड़ ने रौद्र रूप लिया है। जुम्मा गांव के चामी तोक में बादल फटने से तीन मकान ध्वस्त हुए है।
जिलाधिकारी आशीष चौहान ने बादल फटने से आई आपदा से खोज एवं बचाव कार्य के लिए आवश्यक दिशा निर्देश देकर अधिकारियों-कर्मचारियों को क्षेत्र में भेज दिया है।
मुनस्यारी और बंगापानी में भूस्खलन
मुनस्यारी के मालूपाती गांव में भूस्खलन हुआ है। दो परिवार शिफ्ट कर दिए है। आठ परिवार खतरे की जद में आ गए है। बंगापानी तहसील के खरतोली गांव में भूस्खलन से छह परिवारों पर खतरा मंडरा रहा है। जौलजीबी-मुनस्यारी और टनकपुर-तवाघाट मार्ग सहित सीमांत के सभी मार्ग बंद है।