उत्तराखण्ड
फर्जी मेडिकल बनाने वाला चिकित्सक हुआ गिरफ्तार।
संवादसूत्र देहरादून: रुड़की के सिविल अस्पताल में करीब 3 साल पहले कई फर्जी मेडिकल बनाने के आरोप में चिकित्सक को गंगनहर कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है । 9 जून 2020 को सिविल अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजय कंसल ने गंगनहर कोतवाली पुलिस को बताया था कि रेडियोलॉजी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड नोएडा से प्राप्त सीटी स्कैन रिपोर्ट को कूट रचित कर फर्जी तरीके से इरशाद निवासी घड़ी सघीपुर, सलमान निवासी बुढाहेड़ी, राशिद निवासी पीरपुरा तथा फरहानाज निवासी टांडा भनेड़ा कोतवाली मंगलौर का फर्जी मेडिकल तैयार करा उसको मेडिकोलिगल में इस्तेमाल किया गया था। फर्जी मेडिकल बनाने में रूड़कीं के सिविल अस्पताल रुड़की के चिकित्सक वीरेंद्र नौटियाल की भूमिका पाई गई थी। बताया था कि उनके यहां होने वाले सीटी स्कैन की रिपोर्ट का करार नोएडा की इस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के साथ है। इस मामले में गंगनहर कोतवाली पुलिस ने डॉक्टर वीरेन्द्र नोटियाल समेत अन्य मुकदमा दर्ज किया था। इस मामले की जांच गंगनहर कोतवाली के वरिष्ठ उपनिरीक्षक रंजीत खनेड़ा कर रहे थे ।जांच पड़ताल के बाद सोमवार को डॉ वीरेंद्र नौटियाल निवासी भक्तों वाली थाना झबरेड़ा को गिरफ्तार कर लिया गया। बताया गया है कि वर्ष 2017 अट्ठारह में वीरेंद्र नौटियाल संविदा पर रुड़की के सिविल अस्पताल में तैनात थे इसके बाद वर्ष 2018 में वह सिविल अस्पताल में स्थाई रूप से चिकित्सक के रूप में तैनात हुए। जून 2020 में मुकदमा दर्ज होने के बाद सिविल अस्पताल से हटाकर लक्सर क्षेत्र के खानपुर स्थित सरकारी अस्पताल में भेजा गया था। फिलहाल इनकी खानपुर के अस्पताल में तैनाती थी। पुलिस आरोपित चिकित्सक से पूछताछ कर रही है। इस मामले में भी अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है ।अन्य आरोपितों को 41 का नोटिस देकर पूछताछ की जाएगी