उत्तराखण्ड
स्कूल अब नये नियमों के तहत खोले जायेंगे, नई गाइड लाइन जारी।
संवादसूत्र देहरादून : प्रदेश में सभी सरकारी और निजी स्कूलों में नवी से बारहवीं तक कक्षाएं 2 अगस्त से प्रारंभ होगी छठी से आठवीं तक कक्षाएं 16 अगस्त से संचालित की जाएंगी स्कूल सिर्फ ट्यूशन फीस ले सकेंगे अन्य फीस नहीं ली जाएगी कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के अंदेशे के बीच 2 अगस्त से स्कूल खोलने के फैसले में आंशिक संशोधन किया है।
विद्यालय शिक्षा सचिव राधिका झा है सचिवालय में निजी स्कूलों और शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ स्कूलों को खोले जाने के लिए मंथन किया था बैठक में प्राप्त सुझावों के आधार पर सचिव झा दिशा निर्देश जारी किए हैं बीती 27 जुलाई को कैबिनेट बैठक में आगामी 2 अगस्त से प्रदेश में स्कूलों को खोलने के निर्णय पर मोहर लगाई गई अब इस फैसले को अमलीजामा पहनाने की तैयारी की जा रही है।
बैठक में यह भी तय किया गया कि नवी से बारहवीं तक कक्षाएं अधिकतम 4 घंटे और छठवीं से आठवीं तक कक्षाएं अधिकतम 3 घंटे चलेंगे विद्यालयों का संचालन हाइब्रिड मोड पर रहेगा स्कूल ऑफलाइन के साथ ऑनलाइन पढ़ाई भी जारी रखेंगे शिक्षक कक्षाओं में अध्यापन कार्य को ऑनलाइन करेंगे ताकि स्कूल में आने वाले विद्यार्थियों को पढ़ाई का नुकसान न उठाना पड़े ऐसे विद्यार्थी घर से ही पढ़ाई जारी रख सकेंगे।
छात्र छात्राओं को स्कूल आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा इसके लिए अभिभावकों से सहमति ली जाएगी विद्यालय में सहमति पत्र उपलब्ध कराने के लिए छात्रों को 3 दिन का समय दिया जाएगा कक्षा में बैठने की व्यवस्था में शारीरिक सुरक्षित दूरी का पालन किया जाएगा स्कूलों में बगैर मास्क किसी की एंट्री नहीं होगी शिक्षकों कर्मचारियों और सभी विद्यार्थियों को मासिक पहनने के बाद ही दाखिल होने की अनुमति मिलेगी।
स्कूलों में प्रार्थना सभा बालसभा खेलकूद संगीत सांस्कृतिक कार्यक्रम समेत अन्य सामूहिक गतिविधियां स्थगित रखी जाएंगी मिड डे मील नहीं बनेगा खाद्यान्न सामग्री बच्चों को बीते वर्ष की तरह वितरित की जाती रहेगी भोजन माताओं को स्कूलों में आकर छात्र छात्राओं के सैनिटाइजेशन व अन्य को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने में सहयोग देंगी।
स्कूलों में विद्यार्थियों को लंच बॉक्स या भोज्य पदार्थ लाने की अनुमति नहीं होगी स्कूल प्रबंधकों को इसका पालन करना होगा वही कक्षा एक से पांचवीं तक स्कूल नहीं लगेंगे ऑनलाइन पढ़ाई यथावत जारी रखी जाएगी ऑनलाइन पढ़ाई के लिए बच्चों के आस पड़ोस में उपलब्ध पारिवारिक सदस्यों के स्मार्टफोन की उपलब्धता के मुताबिक शिक्षकों को पढ़ाई का समय निर्धारित करने को कहा गया है ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा से वंचित विद्यार्थियों के लिए स्कूल स्तर पर विशेष कार्य योजना बनाने को कहा गया है।