उत्तराखण्ड
एक बार फिर रैगिंग का मामला सामने, तीन सीनियर छात्रों छह महीने के लिए हास्टल से बाहर।
संवादसूत्र देहरादून/हल्द्वान: राजकीय मेडिकल कालेज हल्द्वानी तीन महीने बाद फिर से रैगिंग का मामला सामने आया है। मैस में सूक्ष्म जलपान के समय सीनियर छात्रों ने जूनियर पर अभद्रता की। इससे एक छात्र दहशत में आने से घबरा गया। इसके चलते एंटी रैगिंग कमेटी ने तीन सीनियर छात्रों को छह महीने के लिए हास्टल से निकाल दिया है। शैक्षणिक गतिविधियों पर रोक लगाने के साथ ही 25-25 हजार रुपये भी जुर्माना लगाया है।
25 मार्च को मेडिकल कालेज हास्टल की मैस में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र बैठे हुए थे। इस बीच वर्ष 2022 बैच के करीब 14 सीनियर छात्र भी पहुंच गए। किसी बात पर बहस होने लगी। कुछ सीनियर छात्रों ने जूनियर छात्रों से अभद्रता शुरू कर दी। गाली-गलौज करते हुए गर्दन का पिछला हिस्सा पकड़कर धक्का भी दिया। मैस में हल्ला मच गया। इस शोर में एक जूनियर छात्र घबरा कर गिर गया। मौके पर तत्काल गार्ड पहुंच गए। उन्होंने सीनियर छात्रों को वहां से हटा दिया। घटना की सूचना प्राचार्य प्रो. अरुण जोशी तक पहुंच गई। इस मामले में किसी ने शिकायत नहीं की लेकिन प्राचार्य ने घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए सोमवार को एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक बुला ली। कमेटी ने सभी के बयान लिए। सीसीटीवी फुटेज देखे। घटना की पुष्टि होने पर वर्ष 2022 बैच के एक एमबीबीएस छात्र को मुख्य आरोपित मानते हुए छह महीने के लेकर हास्टल से निकाल दिया है। साथ ही छह महीने के लिए शैक्षणिक गतिविधियों पर भी रोक लगा दी है। दो अन्य सीनियर छात्रों को एक महीने के लिए शैक्षणिक गतिविधियों पर रोक लगाते हुए छह महीने के लिए हास्टल से बाहर कर दिया है। इन तीनों पर 25-25 हजार रुपये अर्थदंड भी लगाया है।बैठक की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य प्रो. अरुण जोशी ने कहा कि कालेज में किसी भी तरह की अराजकता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। नियमों का उल्लंघन करने पर कार्रवाई की गई है। इसमें सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, सीओ सिटी बीएस धौनी, डा. एएन सिन्हा, डा. दीपा देउपा, डा. हरप्रीत सिंह, डा. कुनाल शर्मा, पारितोष पंत, हरिमोहन उपाध्याय, अमित दुम्का, कुसमु दिगारी आदि शामिल रहे।