उत्तराखण्ड
ऑनलाइन गेम के लिए बच्चे ने खरीदे हथियार, अभिभावक को लगा साइबर ठगी।
संवादसूत्र देहरादून/ रुड़की: ऑनलाइन गेम में इस्तेमाल होने वाले हथियारों को खरीदने के लिए एक बच्चे ने अपने पिता का खाता खाली कर दिया। इस बात की जानकारी उस समय हुई जब बच्चे के अभिभावक साइबर ठगी होने की आशंका में कोतवाली पहुंचे। पुलिस ने मामले की जांच की तो पता चला कि पैसे किसी ठग नहीं, बल्कि इंटरनेट बैकिंग के जरिये उनके ही बच्चे ने निकाले थे। सारी ट्रांजेक्शन ऑनलाइन गेम की मिली है।
कोतवाली रुड़की क्षेत्र की एक कालोनी निवासी एक दंपति मंगलवार कोतवाली रुड़की पहुंचे। दंपति ने बताया कि उनके खाते से रुपये निकल रहे हैं। कुछ दिन पहले भी 10 हजार रुपये निकल गए थे। अब 14 हजार रुपये निकल गए हैं। जबकि उन्होंने कोई खरीदारी नहीं की है। न ही उन्होंने यह रुपये ही निकाले हैं। उन्होंने बताया कि साइबर ठग उनके खाते से धीरे-धीरे रुपये निकाल रहे हैं। पुलिस ने रुपये निकलने की ट्रांजेक्शन देखी तो उसमें रुपये एक साथ न निकलकर थोड़े निकले थे। पुलिस ने जांच कराई कराई तो पता चला कि सारे रुपये ऑनलाइन गेम के लिए हथियार खरीदने लगाए खर्च किये गए हैं। इंटरनेट बैकिंग से यह रुपये निकाले गए हैं। पुलिस ने आगे जांच बढ़ाई तो पता चला कि दंपति का बेटा फ्री फायर नाम का एक ऑनलाइन गेम खेलता है। वह गेम में जीतने के लिए ऑनलाइन हथियार खरीदता है। इसके लिए वह अपने मम्मी-पापा के खाते से इंटरनेट बैंकिंग के जरिये पैसा निकालता है। कोतवाली रुड़की के कार्यवाहक प्रभारी नरेश गंगवार ने बताया कि दंपति साइबर ठगी की आशंका में आए थे। लेकिन उनके साथ साइबर ठगी नहीं हुई है। उनका बेटा ही ऑनलाइन गेम के लिए इंटरनेट बैकिंग के जरिये खाते से रुपये निकाल रहा था।